मां बाप बरगद की छांव से हमेशा हरे रहते हैं। मां बाप बरगद की छांव से हमेशा हरे रहते हैं।
अचानक भरोसा लिपट पड़ा पांवों में बूढ़ाती उम्र ठट्ठा कर हँस पड़ी अचानक भरोसा लिपट पड़ा पांवों में बूढ़ाती उम्र ठट्ठा कर हँस पड़ी
वृक्ष के जड़ की तरह भावुकता का संबंध पल्लवों से। वृक्ष के जड़ की तरह भावुकता का संबंध पल्लवों से।
यही सीख मिलती हमें कमल से कैसे भी हालात हो खुशियां बांटे दिल से। यही सीख मिलती हमें कमल से कैसे भी हालात हो खुशियां बांटे दिल से।
पास आकर मेरे इन अंधेरों में, क्यों इसे रौशन करता नहीं है ! पास आकर मेरे इन अंधेरों में, क्यों इसे रौशन करता नहीं है !
ना मोहब्बत का उफ़ान ना नफ़रतों का सैलाब कोई ना क़रार ही दिल में ना बेक़रारी ही कोई। ना मोहब्बत का उफ़ान ना नफ़रतों का सैलाब कोई ना क़रार ही दिल में ना बे...