बरगद की छांंव
बरगद की छांंव
मां- बाप
बरगद की छांव,
से होते हैं।
जिंदगी देते हैं
और जिंदा,
रखने के लिए,
अपनी टहनियों को,
अपनी जड़ें तक दे देते हैं।
मां बाप बरगद की,
छांव से होते हैं।
उनकी घनी छाया में,
सारा परिवार,
पल जाता है।
जो भी आता,
बड़े प्यार से,
खुली बाहों में,
समा जाता है।
मां -बाप
बरगद की छांव,
से होते हैं।
कोई भेद भाव नहीं,
बच्चों को अपनी,
जड़ों से
मजबूती का स्तम्भ
दिये रहते हैं।
जिंदगी के साथ
जिंदगी के बाद भी
जड़ों और टहनियों से,
जुड़े रहते हैं।
मां बाप
बरगद की छांव से
हमेशा हरे रहते हैं।
