STORYMIRROR

christian saini

Romance

2.5  

christian saini

Romance

चाँद की चाँदनी

चाँद की चाँदनी

1 min
349


चाँद की चाँदनी ने हसीं बनाया मौसम

सितारों ने भी दिखाई मंज़िल

कही हसीं ऐसी चमकी चाँदनी बन गयी


रूठा हुआ इंसान इस चाँदनी की चमक

से फिर मान गया

खोया हुआ मेरा यार फिर से इस चाँदनी

में मिल गया


देखती रह गयी उस चाँद का चेहरा जो

बांधे हुए था सेहरा

प्यार का आगाज़ लेके आया वो नया

एहसास दे के गया वो

पूरा गगन शामिल था इस बारात में


ठंडी हवा भी कर रही थी शोर इस

बारात का

साक्षी थी बहकी हवा, खनखन करते

हुए पन्ने

बारात की भीड़ थी और मौसम सुहाना

सेहरा बांधे तकते थे राह, चाँदनी आयी

थी बाराती वालों के साथ


इश्क़ का एलान था आज मिलन की

रात भी थी

और ऐसे ही चाँद तेरी चाँदनी ने

हसीं बनाया मौसम



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance