STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

4  

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

बुजुर्गों की छाया

बुजुर्गों की छाया

1 min
273

बुजुर्गों के साए में रहकर हम बड़े हुए

बुजुर्गों ने यह संसार हमें  दिखाया है

अपने उन सभी  रिश्तों को पहचाना

दुनिया में रहना बुजुर्गों ने सिखाया है

संस्कृति व सभ्यता के बारे में बताया

जीवन जीना हमें बुजुर्गों ने सिखाया है

निस्वार्थ भाव -सा प्रेम होता है इनका

इन्होंने परिवार को जोड़ना सिखाया है

बरगद की छांव की तरह संग रहते हैं

धूप में शीतलता का एहसास कराया है

संस्कारों के जल से सींचा परिवार को

मिल जुल कर रहना इन्होंने सिखाया है

हमारे बुजुर्ग हमारे समाज की धरोहर

बुजुर्गों से अनुभव हमने बहुत कमाया है

शरीर भले कमजोर पर साख मजबूत

सुख शांति का वास इनसे ही रहता है

जिन्होंने उम्र बिता दी फिक्र में हमारी

आज भी अनेक तजुर्बों की वो खान है

आशीर्वाद सदा बना रहे सर पर हमारे

यह बुजुर्ग ही तो परिवार की जान है। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract