बुढ़ापे का प्यार
बुढ़ापे का प्यार
मै पैसंठ की तुम सत्तर के,
मगर तुम्हें देखते ही दिल मे बजने लगा गाना ।
"अक्सर कोई लड़की इस हाल मे,
किसी लड़के से सोलहवें साल में"
ऐसा ही हो गया मेरा भी हाल ।
अब दिल को कैसे लूं सम्भाल ?
क्या चेहरे पर पड़ गई झाइयों के साथ ,
मुझे पसंद करोगे ??
मैने तो तुम्हें तुम्हारी तोंद और गंजेपन के साथ ,
भी अपना दिल तुम्हें दे दिया ।
नहीं जानती तुम्हारी लिपिड प्रोफाइल,
नहीं जानती तुम्हारी शुगर रिपोर्ट,
मगर अपने दिल को बना दिया प्यार का फोर्ट,
तुम मेरे अक्षय कुमार और मै तुम्हारी कैटरीना ।
अब तो कितनी भी हो दिक्कतें ,
आखिरी सांस तक तुम संग ही जीना ।
जब तुम्हें आखों से कम दिखेगा,
मै तुम्हारी आंखें बन जाऊंगी ।
जब मुझे चलने मे तकलीफ हो,
तुम मेरी छड़ी बन जाना ।
कभी तुम अपनी पसंद का चैनल लगा लेना,
तो कभी मुझे बाहर चाइनिस खिला लाना ।
तो कभी मै तुम्हारा बुढ़ापा छिपाने को,
फेशियल कर दिया करूंगी,
कभी तुम मेरे बालों पर डाई लगा देना ।
कभी मै तुम्हारे साथ सुबह टहल लूंगी,
तो कभी तुम अपने हाथ से चाय बना पिला देना ।
बस यू ही प्यार करते-करते,
इस जीवन को संग संग है जीना ।।

