बिटिया रानी
बिटिया रानी
शायद तू मेरी जिंदगी का चमकता सितारा है,
तुझ सा मुझे कोई दूजा ना प्यारा है।
तू दिन रात मुझे सताती है,
तेरी मुस्कान बहुत भाती है।
प्यार से जब तू मम्मी कहती है,
मेरी मुस्कुराहट में भी मिश्री घुलती है।
ठुमक ठुमक कर जब तू चलती है,
पायल तेरी छम छम बजती है।
चांद को जब तू बुलाती है,
उसमें ही तू खो जाती है।
कितना मुझे सताती है, कितना रुलाती है,
दूर मुझसे जाती है, फिर वापस आ जाती है।
