बिना तेरे मधुर मिलन
बिना तेरे मधुर मिलन
तू ही जीवन, तू ही मरण
करता सबके अंदर रमण
दुनिया का माया तेरा कारण
मेरी जिंदगी तेराी शरण
संसार खेल में लेना-देना
तेरी इच्छा से शरीर को पाना
सुख के लिए तुझे त्यागना
मन ही मन हिसाब लगाना
यह दुनिया ही तेरा आंगन
मैं हूँ खड़ा उस पर दर्पण
टूट न जाए यह मेरा जीवन
बिना तेरे मधुर मिलन।