भोलेनाथ
भोलेनाथ


ओ मोरे भोले ओ मोरे देवा
ओ मोरे शंकर ओ महादेवा।
मैं तो आया तेरे दर पे
प्रभु बन के सवाली
सुन ले फरियाद मेरी
भर दे झोली खाली।
मुझे दे दो शरण आज मेरे देवा
ओ मोरे शंकर ओ महादेवा।
तुझे कैसे मैं मनाऊँ
तुझे क्या क्या मैं चढ़ाऊँ
फूल पाती जो चढ़ाऊँ
उसमें भौंरे की है छाया मोरे देवा
ओ मोरे ---
गंगा सर पर तेरे
तोहे जल क्या चढ़ाऊँ
निर्मल जल प्रभु
कहाँ से मैं लाऊँ मोरे देवा
ओ मोरे ---
तोरा डमरू डम डम बाजे
दीनन के दुःख भाजे
तोरे तांडव ने किया है कमाल मोरे देवा
ओ मोरे----
तुम तो घट घट वासी
तुम हो अविनाशी
लिए कितने अवतार
किया भक्तों का उद्धार
कर दो मेरा तारणहार मोरे देवा
ओ मोरे ----।