Om Prakash Fulara
Classics
भोलेनाथा
दे दो साथा
नैया मेरी
द्वारे तेरी।
माथे चंदा
सोहे गंगा
बेलू पाती
तोहे भाती।
पीए भंगा
नाचे चंगा
डोले सारा
ये संसारा।
आँधी
गजल
पतझड़
वात्सल्य
संघर्ष
हिंदी
नारी
चम्पकमाला छन्...
डरो ना
आत्मचिंतन
और हम दोनों ही सही है बस समझने का फ़र्क़ है....। और हम दोनों ही सही है बस समझने का फ़र्क़ है....।
कुर्सी के पीछे नहीं देश सेवा की ओर भागो, मुद्दे मत खड़े करो, नए देश की नई तस्वीर र कुर्सी के पीछे नहीं देश सेवा की ओर भागो, मुद्दे मत खड़े करो, नए देश की न...
ऐसे भारत पुत्र को जन्मदिवस पर संध्या उर्वशी का कोटि कोटि प्रणाम।। ऐसे भारत पुत्र को जन्मदिवस पर संध्या उर्वशी का कोटि कोटि प्रणाम।।
कान्हा की मधुर बंसी की तान सुन झूम रही राधा रानी देखोII कान्हा की मधुर बंसी की तान सुन झूम रही राधा रानी देखोII
हकीकत तक पहुँचने में सपने देखने दो मेरे साथी ! सपने देखने दो।। हकीकत तक पहुँचने में सपने देखने दो मेरे साथी ! सपने देखने दो।।
मेरी चाह बस इतना है कि मैं आसमां में, आसमां के लिए उसके रूह बनकर उसमें जीता जाऊँ। मेरी चाह बस इतना है कि मैं आसमां में, आसमां के लिए उसके रूह बनकर उसमें जीता ...
मेरी जान एक बार तो कह दो सच में मुझसे तुम प्यार करती हो। मेरी जान एक बार तो कह दो सच में मुझसे तुम प्यार करती हो।
बात विश्वास की है,कल भी करेंगे काम, पर कटु सत्य है,आती जरूर अंतिम शाम। बात विश्वास की है,कल भी करेंगे काम, पर कटु सत्य है,आती जरूर अंतिम शाम।
जिंदगी एक सुहाना सफर है, पता नहीं क्या कल, हर समस्या समाधान है, हर कठिनाई होती हल। जिंदगी एक सुहाना सफर है, पता नहीं क्या कल, हर समस्या समाधान है, हर कठिनाई हो...
खुश रहे सदा सभी बना रहे मुस्कुराना ! ऋतुराज बसंत का हुआ आगमन। खुश रहे सदा सभी बना रहे मुस्कुराना ! ऋतुराज बसंत का हुआ आगमन।
कल किसने देखा है यहां पर आज को जी भरकर जी लीजिए। कल किसने देखा है यहां पर आज को जी भरकर जी लीजिए।
आँखों में भी छोड़ जाऊँगी पहचान लेना इंतज़ार में शिद्दत से तड़पती आँखों को। आँखों में भी छोड़ जाऊँगी पहचान लेना इंतज़ार में शिद्दत से तड़पती आँखों को।
नाज़ ए शौकत व ऐश व इशरत से प्यारा हमे आप का एक दीदार लगता है। नाज़ ए शौकत व ऐश व इशरत से प्यारा हमे आप का एक दीदार लगता है।
खिल रही गुलमोहर सी गुलशन में तुम बात क्या है इतना निखरती हो तुम। खिल रही गुलमोहर सी गुलशन में तुम बात क्या है इतना निखरती हो तुम।
आज जहां में सिर चढ़ बोले, प्यार मानते नाम, हर चीज झूठी हो सकती, प्यार की दोस्ती सच्ची आज जहां में सिर चढ़ बोले, प्यार मानते नाम, हर चीज झूठी हो सकती, प्यार की दोस...
मरकर इंसान अमर हो जाये, वो खूब कहाता है, अधूरी कहानी पूरा करने, जन बार बार आता है।। मरकर इंसान अमर हो जाये, वो खूब कहाता है, अधूरी कहानी पूरा करने, जन बार बार ...
नव वर्ष तू शुभ तब ही होगा, जब तुझ में ये कोविड रावण हारे, नव वर्ष तू शुभ तब ही होगा, जब तुझ में ये कोविड रावण हारे,
इश्क लड़ा रहा नयी माशूका संग भुला प्रेम बचपन का। इश्क लड़ा रहा नयी माशूका संग भुला प्रेम बचपन का।
और जीवन के अंतिम दौर में, अब नालायक ही बना हुआ हूं। और जीवन के अंतिम दौर में, अब नालायक ही बना हुआ हूं।
घोर संघर्ष करता है,अपना अस्तित्व बनाता है। घोर संघर्ष करता है,अपना अस्तित्व बनाता है।