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Shyam Kunvar Bharti

Romance

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Shyam Kunvar Bharti

Romance

भोजपुरी गजल- गीत गावत रही

भोजपुरी गजल- गीत गावत रही

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तू बन के मीत संग निभावत रहा ।

तोहरे प्यार के गीत हम गावत रही ।


जिये मरे के संग तू इसारा करा ।

मीत बनके हम प्रीत निभावत रही ।


केतनों रुप नजरिया गुजरल मगर ।

आँख भर केहु के ना देखली मगर ।


नजरिया दुयारिया तू निहारल करा ।

साज नाम तोहरे हम बजावत रही ।


दगा दिहा मत कबहु निहोरा हमार ।

दिल दरिया जान तू हिलोरा हमार ।


देखि आँख कनखी तू मुस्कवात रहा ।  

आग दिल के लागल हम बुझावात रही ।


हमरे सनेहिया नेहिया के मरम जान ला ।

अपने जीनिगिया हमके तू धरम मान ला ।


फूल भवरा के पराग तू लुटावत रहा ।

बन माली तोहरे बगिया हम जियावत रही ।



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