बारिश का इशारा
बारिश का इशारा
बहुत अरसा हो गया बारिशों ने
तेरे आने का कोई इशारा ना दिया
हम खूब तड़पे मगर उस जाम ने
हमे सुकून का सहारा ना दिया
तूू एक रोज़़ चली गई थी हमसे रूठ कर
पर इस दिल को तेरा जाना गवारा ना हुआ
तूू लौट कर आए गी एक दिन यही ख्वाहिश हैै इस दिल की
मगर बारिशों ने तेरे आने का कोई इशारा ना दिया
हमारी आंखोंं से बहते दरिया को
किसी ने किनारा ना दिया
हमारे दिल की डूबती के कश्ती को
किसी ने सहाराा ना दिय
वह एक दिन आई थी तेरी यादें मेरे दरवाजेेे पर
मगर हमने भी उनको चले जाने का कोई बहाना ना दिया
तेरे जाने के बाद उन बीते लम्हों नेे
मुझे आवरा बना दिया
तू आएगी एक दिन मगर बारिशों ने
तेरेे आने का कोई इशारा ना दिया
मुकम्मल ना हो सकी हमारी मोहब्बत इसी गम में
मेरी रूहु ने मेरे जिस्म को छोड़ चले जाना मुकम्मल कर दिया
तूू आएगी एक दिन यह उम्मीद थी हमें
मगर बारिशों ने तेरे आने का कोई इशारा ना दिया