अमावस ना पूनवा को, हिंदु धरम मा मान | कामना की पुर्ती होसे, पुजा पाठ की शान ||१|| अमावस ना पूनवा को, हिंदु धरम मा मान | कामना की पुर्ती होसे, पुजा पाठ की शान |...
देखि आँख कनखी तू मुस्कवात रहा । आग दिल के लागल हम बुझावात रही । देखि आँख कनखी तू मुस्कवात रहा । आग दिल के लागल हम बुझावात रही ।
इश्क में कौन पूछता कौन सा धर्म है। ये तो बस उस ख़ुदा का रहम कर्म है।। इश्क में कौन पूछता कौन सा धर्म है। ये तो बस उस ख़ुदा का रहम कर्म है।।
जो तूने मुझको बख्शा था , वो क़र्ज़ अभी तक बाकी है , जीने मरने की हर रस्में। जो तूने मुझको बख्शा था , वो क़र्ज़ अभी तक बाकी है , जीने मरने की हर रस्में।
बचपन की मित्र मंडली की क्या राम, रहीम ,रहमान ओंकार अल्लाह हो अकबर बचपन की मित्र मंडली की क्या राम, रहीम ,रहमान ओंकार अल्लाह हो अकबर
आजादी का भी अब नारा, देता नहीं सुनाई है खादी से आजादी पाई, कविता खूब सुनाई है आजादी का भी अब नारा, देता नहीं सुनाई है खादी से आजादी पाई, कविता खूब सुनाई है