दुनिया के उस पार
दुनिया के उस पार
एक दिन ना तुम रहोगे,
ना हम रहेंगे।
आखिर दुनिया के इन बंधनों को,
कब तक सहेंगे।
ए' सनम थाम कर एक दूसरे का हाथ,
चलो दुनिया के उस पार।
जहां सिर्फ तुम और हम रहेंगे,
और बिना किसी डर के तुम्हें अपना कह सकेंगे।

