भारत ऐसा देश महान
भारत ऐसा देश महान
चलो सुनाएँ गाथा उसकी, गाएँ मिलकर गौरव गान ।
मिट्टी जिसकी चन्दन जैसी, भारत ऐसा देश महान ।।
नदियाँ पावन कल कल करती , गाती हैं ममता के गीत ।
जिसके ऊँचे हिम शिखरों से, बहता जीवन राग पुनीत ।
पाप नाशिनी गङ्गा माँ की, धाराएँ अमृत की खान......
चलो सुनाएँ........।।
संस्कार के साथ यहीं पर, मर्यादा रहती निष्काम ।
शक्ति रूप में घर-घर सीता, पौरुष में बसते हैं राम ।
मानव जन्म जहाँ पर लेकर, स्वयं गर्व करते भगवान ।
चलो सुनाएँ........।।
वीर शिवा जी जैसे नायक, मुगलों को देते ललकार ।
लक्ष्मी बाई उठा देश हित, लेती हाथों में तलवार ।
जहाँ राष्ट्र की आन-बान पर, राणा हो जाते बलिदान ।
चलो सुनाएँ.........।।
जन्म शून्य ने लिया यहीं पर, यहीं हुआ अंको का बोध।
दिया दशमलव हमने ही तब, जग ने किया चाँद पर शोध।
आर्यभट्ट वाराहमिहिर का, कौन भूल सकता अवदान ?
चलो सुनाएँ..........।।
