बेटे और बेटियाँ......
बेटे और बेटियाँ......
बोये जाते हैं बेटे..,... पर उग जाती हैं बेटियाँ,
खाद पाणी बेटोंको...... पर लहराती हैं बेटिया,
स्कूल जाते हैं बेटे....... पर पढ जाती हैं बेटियाँ,
मेहनत करते हैं बेटे....... पर अव्वल आती है बेटियाँ,
रुळते हैं जब बेटे...... तब हासाती हैं बेटियाँ,
नाम करे न करे बेटे....... पर नाम कमाती हैं बेटियाँ,
जब दर्द देते बेटे..,..... तब मरहम लगती है बेटियाँ,
छोड़ जाते हैं जब बेटे......... तो काम आती है बेटियाँ,
