बेरूखी
बेरूखी


किसी का साथ छुटा है
बीच कही राह में
जिनसे बिछडने का
सोचू ना ख्वाब में
संभलने की कोशिश
कर रहे है अब तो
कोई टुटा है बेहद
बुरी तरह जब से
यकीन है मुझे उस पर
के मिलेंगे हम जरूर
बस तब तक के लिए
आप रखे सब्र और सुरूर
किसी का साथ छुटा है
बीच कही राह में
जिनसे बिछडने का
सोचू ना ख्वाब में
संभलने की कोशिश
कर रहे है अब तो
कोई टुटा है बेहद
बुरी तरह जब से
यकीन है मुझे उस पर
के मिलेंगे हम जरूर
बस तब तक के लिए
आप रखे सब्र और सुरूर