बेरोजगारी
बेरोजगारी
सुन ऐ प्यारी बेरोजगारी ,
तेरी तारीफ तो नहीं गंवारी।
तू लगती भी नहीं प्यारी,
फिर भी खानी पड़ रही है तेरी तकारी।।
सुन ऐ प्यारी बेरोजगारी,
खत्म हो नहीं रही तेरी मेरी यारी।
ऊपर से ताने मारे दुनियाँ सारी,
सिर्फ खुद को ही लगे खुद की मेहनत बेचारी।।
सुन ऐ प्यारी बेरोजगारी,
प्रतियोगिता की तैयारी है जारी।
भूल गए इश्क़ वाली गलियाँ सारी,
अब तो खुद के खर्चे की भी चलती है मारा - मारी।।
सुन ऐ प्यारी बेरोजगारी,
दिन ब दिन मेहनत है जारी।
बना ली तेरी कच्ची चिट्ठी सारी,
इस बार तेरी अलविदा की बारी।।