मैं नारी हूं
मैं नारी हूं
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परिवार तेरा मैं संभालू ,
घर को तेरे स्वर्ग बनालूं
तुझपे ढ़ेरो प्यार लुटा लूं;
उसके बदले थोड़ा मैं भी चाह लूं
कांटो पर भी चलती जाऊं,
दिन-रात मेहनत करती जाऊं
धन - दौलत ना मैं जानूं;
बस तुझको अपना मानूं
तेरे लिए मैं मंगल गाऊं ,
भोजन तेरा मैं पकाऊं
वंश तेरा मैं बढ़ाऊं;
उम्मीद तुझसे मैं इतनी लगाऊं
साथ सुरक्षा दोनों चाहूं,
हर जन्म मैं तुझको पाहूं
प्यास सम्मान की थोड़ी जगाऊं;
जीवन तुझपे वारी जाऊं।