बेनाम रिश्ते
बेनाम रिश्ते
जिंदगी में एक हमराही चाहिए
हर लम्हा बेनूर है इसको एक नूरजहाँ चाहिए
लेकिन, जिंदगी की राहों में
कुछ मजबूरियां है,तो कुछ बेगानापन है
इसको समझने के लिए एक हमराही चाहिए
मगर सवाल यह है इस जहाँ से
क्या सात फेरे ही शिनाख्त है
ताउम्र हमसफर के लिए ?
क्या कसमें-वादे,या प्यार-मोहब्बत
से ही जिंदगी नहीं गुजारा जा सकता
बिन सात फेरे लिए हुए ?
हां, जिंदगी में एक हमसफर जरूरी है
इसलिए, हमसफर के साथ सात फेरे
से रिश्तों में बंधना ही सही है
उन रिश्तों का कोई अहमियत नहीं होता
जिन रिश्तों का कोई नाम नहीं होता
अतः बिन फेरे हम तेरे जैसे रिश्ते मजबूत नहीं होते
यह तो कच्चे धागे है जो कभी भी है टूट जाते।