बे "दर्द" और बे "गम"
बे "दर्द" और बे "गम"
नहीं है कोई
इस जहां में , जो
बे "गम" और बे "दर्द" हो ?
कुछ लोग
पी लेते हैं दर्द को
कुछ लोग
खा लेते हैं गम को
कुछ लोग
सी लेते हैं उघड़े हुए मन को
कुछ लोग
लगा लेते हैं पैबंद अपने हुनर से
अपने टूटे फूटे फटे घिसे दिल को
रिपेयर करके बना लेते हैं
बेहद आकर्षक और खुशनुमा
अद्भुत अनोखा सा रूप सलोना
कहां दिखेगा दर्दों गम पुराना ........?
