बदलना नहीं....
बदलना नहीं....
अब बदल रहा है ये मौसम
बदल रही है हमारी कहानी,
पर जो हम लिख दिए है
उसे तुम यार बदलना नहीं।
ये मौसम तो है आनी जानी
जाए कहाँ? हम है यही,
किसी के इंतजार में पता नहीं कबसे
हमारे जज़्बा को बदलना नहीं।
सब कुछ बदल गया तो अब
पर हम अभी बदले नहीं ,
बदलने की नई रीत अब चल पड़ा
पर तुम कभी बदलना नहीं ।
सब बदल सकता अब यहाँ पर
ये दिल तो मानता नहीं ,
जो हम मिलकर सोचा करते थे
उसे तुम कभी बदलना नहीं ।
जुदा हुए हम, फिर मुलाक़ात होंगी
जिन्दा है, हम मिटे नहीं ,
बस तुम जरा दिल थाम लो
पर भरोसा रखो, बदलना नहीं।
मिलकर एक नई दुनिया हम बनाएंगे
इस बात पे करो यकीन,
जज़्बात को अपनी काबू में रखना
अपनी जोश को बदलना नहीं।
