बाँधना
बाँधना
बाँधने से चीज़ें और रिश्ते अक्सर बिखर जाते है
तो सुनो
मुझे मत बाँधना।
मत बाँधना मुझे अपने उस मोह में
जिस से तुम मुझे कभी निकाल ना पाओ।
मत बाँधना मुझे उस झूठे बंधन में
जिसका तुम्हें खुद एहसास नहीं हो पाया।
मत बाँधना मुझे उस रिश्ते में
जो तुम शायद कभी निभा नहीं पाओ।
जीने देना मुझे अपने इस अस्तित्व में
मैं चाहे कितना भी कोशिश करूँ
पर सुनो,
तुम मुझे मत बाँधना।