Priyanka Bisht
Others
बहुत कुछ लिखकर मिटा देती हूं,
की कोई समझ ना ले।
की उसे बुरा ना लगे।
की कोई पढ़ ना ले।
बहुत कुछ कहना चाहती हूँ पर,
डरती हूँ कि कहीं वो समझ न ले मुझे।
प्रेम
एक भ्रम
बाँधना
इश्क़
गलतियाँ
जिंदगी
बातें
कभी कभी
बहुत कुछ
काश