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Vinay Panda

Inspirational

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Vinay Panda

Inspirational

बालज्ञान

बालज्ञान

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सबसे तन्दरुस्त विज्ञान

मनोहारी सबसे बड़ा ज्ञान

जिद्दी, हठी और निश्छल

झलकता जिसमें अपना

सिर्फ प्यार !


मेरा तो मेरा है

तेरा कैसे होगा

हम तो खेलेंगे आफ़त से

भी लड़कर

क्यूँ जलता है देखकर

हमें यह संसार !


अबोध बचपना मेरा

निर्मल स्वभाव !

ईश्वर के प्रतिरूप हम

दिल में रखते समभाव !


यह बाल रूप मेरा जानो

मेरा विज्ञान

तू क्या चीज है रे मुसीबत

जब ख़ुदा की नजरों में

हम हैं महान !



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