औरत
औरत
जो प्यार में कोई शर्त ना रखे, उसे औरत कहते हैं,
यूं ही नहीं लोग उसे, प्यार की मूरत कहते हैं,
चाहत में खुद को जला के, प्यार को महुरत देती हैं,
यूं ही नही ज़माना उसे घर की शोहरत कहती हैं,
अंतहीन प्यार की परिभाषा है वो, इसीलिए तो
सब उसको इश्क़ की दूसरी सूरत कहते हैं।।
