किसान का प्रेम
किसान का प्रेम
खड़क धूपमें किसान अपनी फसलों को काटता है जिससे भारत में कोईभी भारतवासी भूख ना रह सके वह लोगोंको प्रेम पूर्वक सब का पेट भरत है इतना प्यार लगन देखकर वह मेहनत कर कर इतनी कड़ हमारे लिए अनाज उगाता आता है जिससे हम लोगों का पेट भर सके और हमारे सेहत भी स्वस्थ रह सके लेकिन हम लोग उसे किस का उसके द्वारा गया अनाज का आदर सम्मान नहीं देते और फास्ट फूड खाकर या खाना वेस्ट कर हम दोनों का अपमान करते हैं इसे सुधारना चहिए क्योंकि जो हमारे लिए मेहनत करता है वह हमेशा अच्छा ही सोचता है हम उसका सम्मान करना चाहिए
