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Upasna Siag

Romance

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Upasna Siag

Romance

और तुम मुस्कुरा देना

और तुम मुस्कुरा देना

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आऊं नज़र तुम्हें 

कभी, तो

नजरें न चुरा लेना

देख लेना

बस नज़र भर के

और

मुस्कुरा देना

सोचो तो जरा

कोहरा छा जाने से,

कम तो नहीं हो जाता

सूरज का वजूद.

दूर हो जाने से

दूर चले जाने से 

कम तो नहीं हो जाता

तुम्हारे होने का अहसास

बस यही सोच कर

मुझे याद कर के

मुस्कुरा देना


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