अत्याधिक ऊर्जावान।
अत्याधिक ऊर्जावान।
पीला रंग,
अत्याधिक ऊर्जा का प्रतीक,
ये रक्तचाप बढ़ाता,
बौद्धिक विकास में,
मदद करता।
इसे गुरूओं का रंग भी कहते,
धन और दौलत को भी,
ये सुशोभित करता।
शरीर से बहुत सी,
बिमारीयों का उमुलन करता।
पुजा पाठ में भी,
काम आता,
देवी देवताओं को अधिकतर,
सब पीले बस्त्र पहनाते।
ये माता शैलपुत्री से भी जुड़ा,
वो पैदा हुई थी,
हिमालय में,
एक जन्म में,
शिवजी की पत्नी थीं,
सती था नाम उनका।
पति के अपमान के कारण,
यज्ञ की अग्नि में,
देह त्यागा।
फिर शैलपुत्री के नाम से जन्मी,
भगवान शिवजी की,
फिर से अर्धांगिनी बनी।
