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Supriya Mishra

Drama

2.3  

Supriya Mishra

Drama

अस्त होने की दिशा

अस्त होने की दिशा

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कभी फुर्सत मिले तो

सूर्यास्त के बाद के

आसमान को देखना।


नीला रंग धीरे धीरे

नारंगी से गुलाबी

और फिर पीला होते हुए

क्षितिज की ओर

काला हुआ जाता है।


उत्तर और दक्षिण की ओर

रह जाते हैं मात्र

नीले और गुलाबी रंग,

एक भंगुर पीले रंग की रेखा से

विभाजित हुए।


जिस दिशा में प्रभातकाल का सूर्य

कुछ ही देर पहले उदय हुआ था,

वहाँ का आसमान अब अकेले ही

नीला रह जाता है।


इस आसमान को ध्यान से देखोगे

तो जान पाओगे

विभक्ति की दिशा

सदा अस्त होने की दिशा है।।


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