Sandeep Saras
Action
हर हिंदुस्तानी की पहचान तिरंगा है
अपनी आजादी का ऐलान तिरंगा है।
शेखर, सुभाष, गांधी के नयनों का सपना,
हम सबके जीवन का अभिमान तिरंगा है।
भगवान बेचता ह...
खेल जिंदगी है
पाठशाला में र...
तू मुझे सम्भा...
तुम्हारी नींद...
नहीं बचे यदि ...
यह मतदान हमार...
ढूँढते रह जाओ...
अरमान तिरंगा ...
कर्तव्य पथ की वो पुजारिन,मुस्कुराहट मुख पर है। संघर्ष पथ पर भी उसका,लक्ष्य को समर्पण ह कर्तव्य पथ की वो पुजारिन,मुस्कुराहट मुख पर है। संघर्ष पथ पर भी उसका,लक्ष्य को...
मोर भी समझता है इस बात को यह उसका भोज्य सर्प नहीं माला है। मोर भी समझता है इस बात को यह उसका भोज्य सर्प नहीं माला है।
उसकी मर्दानगी दिखती है कुश्ती के अखाड़ों पर। उसकी मर्दानगी दिखती है कुश्ती के अखाड़ों पर।
संस्कार के सम्मुख झुकेगा ब्रह्मांड सारा। सत्य और प्रेम से जो तूने उसे ही पुकारा।। संस्कार के सम्मुख झुकेगा ब्रह्मांड सारा। सत्य और प्रेम से जो तूने उसे ही पुका...
डीजे पर देही तोड़नी मजाल किसी ने ज रोका नोटों की होगी बारिश तेरी जेब में काडू। डीजे पर देही तोड़नी मजाल किसी ने ज रोका नोटों की होगी बारिश तेरी जेब में काडू...
मानवता की पुनः जागृति का,अदभुत वो दृश्य होगा।। मानवता की पुनः जागृति का,अदभुत वो दृश्य होगा।।
कभी रूखी सुखी मिल जाए कभी भूखे पेट सोना पड़ता है। कभी रूखी सुखी मिल जाए कभी भूखे पेट सोना पड़ता है।
जब तू रोशन चिराग हर कोने में जगमगाएगा दुनियां को फर्क साफ नज़र आएगा।। जब तू रोशन चिराग हर कोने में जगमगाएगा दुनियां को फर्क साफ नज़र आएगा।।
ये ख्वाहिश मेरी ख्वाहिश ना हो बस इसका जाग्रत स्वरूप हो ये ख्वाहिश मेरी ख्वाहिश ना हो बस इसका जाग्रत स्वरूप हो
कैंसर बन कर आया नशा देने अंत की दस्तक। कैंसर बन कर आया नशा देने अंत की दस्तक।
गोरा लगाकर घोटा जल्दी भर दे भोलेनाथ की प्याली गोरा लगाकर घोटा जल्दी भर दे भोलेनाथ की प्याली
जिंदा दिल से जीने का अहसास है जिंदगी। जिंदा दिल से जीने का अहसास है जिंदगी।
काम तुम्हारा है योजनाबद्ध तरीके से समय पर परिपूर्ण। अब तो विजय होकर ही रहेगी तुम्हार काम तुम्हारा है योजनाबद्ध तरीके से समय पर परिपूर्ण। अब तो विजय होकर ही रहेगी...
प्रत्येक महिला की सफलता के पीछे भी होता है पुरुषों का ही हाथ। प्रत्येक महिला की सफलता के पीछे भी होता है पुरुषों का ही हाथ।
जब उसने पकड़ी कलाई मेरी चूड़ी भी घबराई जब उसने पकड़ी कलाई मेरी चूड़ी भी घबराई
बना ले वो मुझे अपनी अर्धांगिनी कहलाऊँगी मैं एक वीर योद्धा की पत्नि। बना ले वो मुझे अपनी अर्धांगिनी कहलाऊँगी मैं एक वीर योद्धा की पत्नि।
स्वयं में स्थित होना है बुद्ध अपना सर्वस्य त्याग है बुद्ध स्वयं में स्थित होना है बुद्ध अपना सर्वस्य त्याग है बुद्ध
तारों की सौगात में तारों की बारात में तुझको मैं अपनाऊंगी तुझको मैं अपनाऊंगा तारों की सौगात में तारों की बारात में तुझको मैं अपनाऊंगी तुझको मैं अपनाऊंगा
मूल संविधान पर भी इनकी चित्रकारी है आधुनिक चित्रकला के यशस्वी प्रवर्तक हैं। मूल संविधान पर भी इनकी चित्रकारी है आधुनिक चित्रकला के यशस्वी प्रवर्तक हैं।
हंस ले अभी, रोना पडेगा बाद में समय ही तेरी शिक्षा हैं !!६!! हंस ले अभी, रोना पडेगा बाद में समय ही तेरी शिक्षा हैं !!६!!