अपनों की बोल्ली हिंदी
अपनों की बोल्ली हिंदी


अपनों की बोल्ली बणी, हिंदी भाषा खास।
मन म्ह प्यार जगावती, जन जन म्ह विश्वास।
जन जन म्ह विश्वास, आस बी खूब जगावै।
मातृभाषा गजब, पाठ एक्का का पढ़ावै।
कहै 'भारती' बणी, खूब भाषा सपनों की।
हिंदी बणरी आज, देख भाषा अपनों की।