अपनी कॉलेज की लाइफ का टाइम
अपनी कॉलेज की लाइफ का टाइम


अपनी कॉलेज की लाइफ का टाइम
इंजीनियरों के साथ भी बिताया है
उनके सुख और दुख में
चाय सिगरेट के साथ बैठकर निभाया है।
इंजीनियरों में भी छोटा भाई
बड़ा भाई पाया है
हमारी पार्टी में दारु पीना पीने वाले इंसान
ऋषि भारद्वाज ने भी चखना खाया है।
और दारू पीने के बाद
हर माल माल तो अजीत ही बनाया है
और चिलम को अबकि अक्की जलाया है।
और एक और इंजीनियर था हमारे साथ
उसने हमको न्यू ईयर में थाने में बैठाया है
उनको प्यार से हमने जैक स्पैरो बताया है।
और दारू लगने के बाद
मरकाम को मंडला मंडला भी चढ़ाया है
भारत के प्रेसिडेंट का पता नहीं लेकिन
शिवम तिवारी को प्रेसिडेंट साहब करके बुलाया है।
हां, मैं कर तो रहा था फार्मेसी लेकिन
मैंने अपना समय इंजीनियरों के साथ भी बिताया है।