अपनी आंखों से
अपनी आंखों से
गिरा दे मुझे अपनी आंखों से।
आंसू हूं,
जब तक रहूंगा, दर्द ही दूंगा।
शायद, मेरी जुदाई
तेरे मन का सुकून बन सके।
लोग पूछते सवाल तुझ से,
यदि तेरे गालों पर रुक गया होता।
कई मायने लगाए जाते,
यदि तेरे लबों पर ठहर गया होता।
कोई रश्क नहीं होगा,
यदि जुदा होकर मुझसे,
तू हंस सके।
तेरे राज छुप जाएंगे,
मेरे रुखसती से।
सपने भी लौट आएंगे,
मेरी रुखसती से।
रात चैन से सो पाएगी संग तेरे,
सुकून भरा दिन भी साथ होगा,
मिटा दे हस्ती मेरी,
यदि तुझे तेरी जिंदगी मिल सके।
जुदा कर दे मुझे,
यदि तुझे सुकून मिल सके।