अन्तिम क्षण
अन्तिम क्षण
सपने तुम्हारे.... प्रयास मेरे
खुशियां तुम्हारी।....गम मेरे
सफलता तुम्हारी......अफसोस मेरे।
सपने तुम्हारे, पलकों पे
अपनी सजा लिए,
गम अपने सारे, तेरी खुशियों के
पीछे छिपा दिए,
कामयाबी तेरी थी तो
अफसोस अपने मिटा दिए,
शख्सियत मेरी मिटती गई,
पर तू ही हमनवा ना हो पाया,
जाने क्यूं हमसफ़र मेरे,
साथ चलते भी तू मेरा ना हो पाया।
बस इतना करना हमदम मेरे
अन्तिम क्षण जब आए
झूठा ही सही,
एक आंसू ढुलका देना सो जाऊं चैन से।
कि प्यार से मांग मेरी सजा देना।