● अनकहे रिश्ते ●
● अनकहे रिश्ते ●
ये आंखें
जो सब कुछ कह देती है
सब कुछ सह लेती है
दुनिया का कितना गम
अपने में छुपा
शापित किसी भी जीवन को
खुशहाली से भर देती है
इनकी मौन भाषा
कई कई
बातें कर देती है
हालात और परिस्थितियों में
समझौता करने के लिए
ये आंखें ही तो
झूझना और जीतना भी
सीखा देती है
आंखे रिश्तों का अहसास
दिल तक
पहुंचता है आंखों के रास्ते
दर्द जब हद से गुजरता
आशक्ति का अहसास जब
हद जे गुजरता
उन अनकहे रिश्तों का
पैगाम
ये आंखें ही तो समझती है
अनकहे नाजुक रिश्ते
साथ -साथ चलते है
नदी के दो किनारों की तरह
पर मिलते नहीं कभी भी!