उम्मीद
उम्मीद
जीवन
एक अंतहीन दौड़ है
जिसमें अपने मन के डर को
सूली पर टांगे लोग
भाग रहे हैं बेतहाशा
और प्रत्येक दौड़फिर एक नई दौड़ को
दे रही है आमंत्रण।
आज जबकि धरा पर
उग रहे हैं अनगिनत पाप,
और प्रकृति भी
उगल रही है नित नये
अभिशाप,
वर्जित लोंगों द्वारा
फैंके जा रहे हैं
अफवाओं के गोले,
फटते रहते हैं
क्रोध के ज्वालामुखी,
मानवता को करने
शर्मसार।
जिंदगी प्रश्नचिन्ह नहीं
अनमोल है
इसे सहेजें,
प्राकृतिक आपदाओं से
बचाव ही जीवन है
और जिंदगी ही समाधान
वर्तमान से जूझते प्रतिपल
रहें भविष्य के प्रति
आस्थावान,
संदेहों में भटके
अविश्वासों को
दृढ़ विश्वास से सँवारें,
नियति मानों
करवट बदल रही है
और दे रही सन्देश,
निराशा के तीव्र
कुहासों को हटा दें,
आशा की किरणों से
जीवन के और अधिक
खूबसूरत होने की
उम्मीद है।
जीवन बचेगा तो
राष्ट्र रहेगा
विचारों की विशालता लिए
उम्मीद का सूरज
तपता है
आशाओं की बर्फ
पिघलती है
खुशयों की नदियां बहती हैं
धरती की देह से
उठती है जीवन की सुगंध।
