अमानत
अमानत
ऐ पवन ! यूँ स्पर्श न करो मुझे ,
हम किसी की अमानत हो गए हैं ।
अब इस तरह स्पर्श तेरा ठीक नहीं ,
तू समझ ले इस बात को ..
दुनिया में ऐसी कोई रीत नहीं ।।
ऐ पवन ! यूँ स्पर्श न करो मुझे ,
हम किसी की अमानत हो गए हैं ।
अब इस तरह स्पर्श तेरा ठीक नहीं ,
तू समझ ले इस बात को ..
दुनिया में ऐसी कोई रीत नहीं ।।