अजनबी
अजनबी
सुनो ना
चलो अपनी चाहत को
अजनबी बना देते है
फिर मिलते है उसी जगह
अजनबियों की तरह
न तुम हमें पहचानो
न हम पहचाने
बस मुसकुराए और हां
मैं आइसक्रीम लूं आपके लिए
और आप मेरे लिए
चलते चलते ले हाथ में चुस्की का मजा
जब लग जाये मेरे वो आईसक्रीम जरा सी
ऊंगलियों की छुअन देकर पोंछ देना
स्पर्श पाकर याद आ जायेगी विस्मृतियाँ
भर लेना बाहें फैलाकर हमें देकर एक चुंबन माथे पर
दे दूंगी नवरंग अपनी चाहतों को।

