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Komal Soni

Drama Romance

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Komal Soni

Drama Romance

अजनबी

अजनबी

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अजनबी,

जाने कबसे

तुम अजनबी नहीं रहे..


शायद तबसे,

जब तुम

मेरे मन के;

बंद कपाटों से भी,

धडकनों के अंतिम छोर तक;

अहसास बन,

शिद्दत से;

मुझमे समाने लगे|


हैरान हूँ...

रिश्तों की पेहरन से परे,

कब तुम मेरा

वजूद बन गए...

अजनबी,

अब यक़ीनन;

तुम अजनबी नहीं रहे...!


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