" अजनबी पहचाना सा है तू "
" अजनबी पहचाना सा है तू "
अजनबी पहचाना सा है तू,
तुझको देख कर मेरे दिल की धड़कन बढ़ जाती है।
आँखों में एक ख्याल आ जाता है ,
मैं तेरी बांहों में झूल रही हूँ।
तू मेरी गोद में लेटा है ,
मैं तेरे माथे को चूम रही हूँ।
अजनबी पहचाना सा है तू,
हमारे बीच एक अजनबी रिश्ता है।
तेरी मुस्कान बहार है जैसी,
मेरे दिल को खुशियों से भर देती है।
तू जैसा है , वैसा कोई और नहीं,
मेरे जीवन में एक अनमोल हीरा है।
चलते चलते हम बन जाएंगे एक राही,
हर सपने को साकार करेंगे।
तू मेरे पास है , मैं तेरे पास हूँ,
अजनबी पहचाना सा है तू,।
तेरे साथ बिताए हर पल में,
एक अलग सा अंदाज़ आ गया है।
दिल की आहटों में तेरी धड़कन भरी है ,
हम अजनबी है पर फिर भी प्यार है।
जैसे ये कहानी कोई नई,
तेरे साथ जीने का नया आयाम है।
अजनबी पहचाना सा है तू,
जैसे खोये हुए ख़्वाबों का वादा है।
हम एक दूसरे के संग चलें,
इस अजनबी राही के संग रहें।
मिलकर बनाए एक नयी दुनिया,
जहां अजनबी भी हों, पर प्यार जगाएँ।
तेरे साथ बिताए हर पल में,
हर एक सांस में, हर एक ज़िन्दगी की धड़कन में,
मैं अपनी असली पहचान को पाती हूँ।
तू मेरे जीवन की चांदनी है जो मुझे संगीत में ढलती है।
अजनबी पहचाना सा है तू,
मेरे सपनों में आँखों के समंदर में बहती है।
तू मेरी राहों का रास्ता है ,
जो मुझे नए सपनों की ओर ले जाता है।
तेरी हर हँसी मेरे दिल को भाती है ,
तेरे साथ गुज़री हर पल याद आती है।
तू एक अनमोल रत्न सा है ,
मेरी जिंदगी को रौशनी देता है।
मेरी सांसों में तू बसा हुआ है ,
तेरे बिना जीना अधूरा सा है।
तू मेरी ज़िन्दगी की रौशनी है ,
मेरे सपनों की जड़ बन जाती है।
अजनबी पहचाना सा है तू,
मेरे दिल की गहराइयों में बसा है तू।
अपनी महक से तू मेरे जीवन को सजा रही है ,
अजनबी होकर भी एक खूबसूरत रिश्ता बना रही है तू।
ये अजनबी तेरे साथ बिताए हर पल,
खुद को पाने का एहसास कराता है।
तेरे संग जीने का ख्वाब सजाता है ,
तू है मेरी जिंदगी की खास पहचान।
तेरी हंसी में छुपी है मेरी खुशियाँ,
तेरी बातों में मिलती है मेरी राहतें।
तू है मेरी दुनिया का आधार,
तू है मेरी जिंदगी की खास पहचान।
ज़िंदगी के सफ़र में हम मिले है यहाँ,
अनजाने मगर रूहानी तालमेल से।
तेरी छलकती हुई मुस्कान, मेरी आदत बन गई है ,
तू मेरी दुनिया को रंगीन बना रहा है।
हम अजनबी रहे, पर दिल से जुड़े है ,
प्यार के नग्मों में एक संगीत बन गए है।
तेरे साथ हर पल बिताने का एहसास है ,
अजनबी पहचाना सा है तू।