ऐसा देस है मेरा
ऐसा देस है मेरा
इक देश है ऐसा जो सारे
जहां से है न्यारा
प्यार, मोहब्बत करुणा का
बहता जहां फव्वारा
त्योहार को मिल-बांटकर
हैं मनाते सारे
दुःख सुख साझें बन जाते हैं सारे
पत्थर में भी भगवान ढूंढ कर
विश्वास का जादू बोले
मेरे देश भारत का
सानी कोई नहीं सब यही हैं बोले।