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Sonal Bhatia Randhawa

Inspirational

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Sonal Bhatia Randhawa

Inspirational

एक सोच बस

एक सोच बस

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पीरों की मजारों पर चादर चढ़ाने वालों को, 

क्यूँ देहरी पर बैठा ठिठुरता फकीर नहीं दिखायी देता|


मंदिर की निर्जीव मूर्ति को रेशम से सजाने वालों को, 

क्यूँ पगली भिखारन का उधड़ा बदन नहीं दिखायी देता|


टनों दूध से नहलाते फिरते हैं पत्थर की ऊँची मूरत को, 

क्यूँ नाली से बहता दूध पीता बच्चा नहीं दिखायी देता| 


मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे के ख़ज़ाने भरने वालों को, 

क्यूँ आत्महत्या करता कोई ग़रीब नहीं दिखायी देता| 


गीता क़ुरान का दम भर हिन्दु मुसलमान बनने वालों को, 

क्यूँ कहीं भी बस एक अदद इंसान नहीं दिखायी देता| 


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