एक अटल व्यक्तित्व
एक अटल व्यक्तित्व
एक अटल व्यक्तित्व थे वो,
विचारों का अस्तित्व थे वो,
सत्ता के अंधेर गलियारों में
उज्ज्वल और प्रदीप्त थे वो।
शख़्सियत ऋतु बसंत जैसी,
सियासत में छवि संत जैसी,
सत्य पथ पर अडिग खड़ा
प्रबुद्ध प्रखर साधुत्व थे वो।
संवेदनाओं से मन मीत ले,
कविताओं से दिल जीत ले,
जीवन शिखर पर आरोहित
सम्पूर्ण विश्व बंधुत्व थे वो।
समय की झंकार से बना
एक अटल व्यक्तित्व थे वो।