ऐ मेरे दिल तू उड़ान भर
ऐ मेरे दिल तू उड़ान भर
ऐ मेरे दिल तू उड़ान भर, पंख पसार ले ज़रा
ज़मीन से कदम उठा, आसमान छू ले ज़रा
मुश्क़िलों का तू कर सामना, विपत्तियों से हार ना
ज़िंदा है तू अगर, तो उमंग भर ले तू ज़रा
दिल टूटा हो तेरा, या धोका प्यार में हो मिला
सच्चे प्यार की तलाश में उम्मीद जगा ले फिर ज़रा
खोज अपने हुनर को और तराश कर निखार ला
प्रकाश फैला दे जग में, उन्नति को पा ज़रा
छूटा हो कोई मौका अनोखा, या दुख तुझको हो मिला
उठ जगा ले हौसला और मौका सुनहरा पा ज़रा
दोस्तों की परख कर और अपनों को पहचानना
साथ दे फिर अपनों का और रिश्ता दिल से निभा ज़रा
लाख पत्थर हो रास्ते में पर तकलीफों से ना डगमगा
हिम्मत से तू कर सामना, मंजिल को तू पा ज़रा
ठोकरों से ना घबरा, इंसानियत को निभा ज़रा
जज्बा हो ज़िन्दगी का तो कोई ज़िन्दगी तू बचा ज़रा
अच्छाई की सोच हो, तो कीचड़ में भी कमल खिला
दिए कि रोशनी कर, खुदा पे विशवास जगा ज़रा
यादें हो परेशान करती या आनेवाले कल से हो डरा
भूल जा सब कुछ और सिर्फ आज में तू जी ज़रा
शब्दों की कीमत पहचान, लफ़्ज़ों में सुधार ला
विनम्रता से व्यहवार कर, सबको अपना बना ज़रा
भूल हुई हो किसी से या दर्द तुझको हो दिया
माफ कर दे उसे और बदला तू भुला ज़रा
जलन ना कर किसी से, छल कपट से खुद को बचा
ज़िन्दगी ने दिया है जो उसे खुशी से जी ज़रा
बड़ों का तू मान कर और बच्चों पे तू प्यार जता
ज़िम्मेदारी पहचान कर, दिल से उसको निभा ज़रा
गुस्से पे तू काबू कर, मुस्कुराहट जग में फैला
ज़िन्दगी है अनमोल ये इसको प्यार से जी ज़रा
कर्म की पहचान कर और खुद से खुद को ढूढ़ना
सफल हो लक्ष्य में, फिर इज़्ज़त जग में पा ज़रा
ऐ मेरे दिल तू उड़ान भर, पंख पसार ले ज़रा
ज़मीन से कदम उठा, आसमान छू ले ज़रा।।
