अभिवादन
अभिवादन
संविधान जिसका संचालक,
लोकतंत्र हमारा महान है।
नई उम्मीद, उमंग, संदेश नया,
अमर जवान को हमारा प्रणाम है।
माँ भारती का हर बालक वीर बन जाता,
विक्रम बत्रा, अभिनंदन की बात गर्व से गाता है।
चक्रव्यूह को चीर दुश्मन का संहार किया,
भगतसिंह, आज़ाद सा कहलाता है।
जिसका प्रहरी बन खड़ा हिमालय,
सत्य, अहिंसा, शांति से हर युवा अडिग खड़ा।
गंगा-यमुना पवित्र पावन नदियाँ जहां,
माँ भारती के भव्य सांस्कृति की
कहानी बताती।
प्रशस्त पुण्यकारी पंथ वीरों को पुकारता,
शूरवीर-साहसी सपूत हो तुम आशीष देती माँ भारती।
प्रार्थना, शुभकामनाएँ आशीर्वाद हर वीर जवान को ,
अंधकार से युद्ध पर दीप की हर वीर की जीत हो।