अभिमान
अभिमान
बहती है गंगा यहां
खड़ा हिमालय महान है
ऐसे देश भारत पर
मुझे सदा अभिमान है
बड़े छोटे को सदा यहां
करते सब सम्मान हैं
अपनों में बसते यहां
अपनों के प्राण है।
मथुरा में कृष्ण यहां
अवध में राम है।
ऐसी धन्य भूमि,
मेरा प्रणाम है।
लक्ष्मी बाई रूप में
नारी का सम्मान है।
हर बच्चे के हृदय में
बस्ती यहां भगवान है।
भारत देश की संस्कृति पर
मुझे सदा अभिमान है।
स्वर्ग से सुंदर देश मेरा
भारतवर्ष महान है।
