STORYMIRROR

Vijay Kumar parashar "साखी"

Action

4  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Action

अब पी ओ के की बारी है

अब पी ओ के की बारी है

1 min
336

कश्मीर तो हुआ हमारा है

अब पी ओ के की बारी है

ख़ूब कब्ज़ा किया है तूने भी चीन

अब तिब्बत को वापिस लेने की बारी है।


जो कहते हैं भारत कमजोर है

उन सबका का आज मुंह भारी है

दुनिया ने अब तक हमारी मोहब्बत देखी

अब शेर की दहाड़ की देखनी की बारी है।


हर जगह तिरंगे का जश्न होगा

एक एक इंच की जगह लेंगे सभी से सारी है

हर आतंकी व आतंक को जो पनाह देते हैं

आज उन कुत्तों पर ख़तरा बड़ा भारी है।


कश्मीर को अब स्वर्ग हमे बनाना है

दुनिया को दिखाना तस्वीर प्यारी है

अब सैनिकों की रूह को खुशी मिली होगी

जब उन्हें पता चला होगा 370 पर चली आ रही है।


खुशियो के पल खुशियो में ही रहे

हमें अपने कश्मीर व लद्दाख भाइयों को

देना होगा हौसला भारी है

अब हमने सहना छोड़ दिया है साखी

दुनिया ने देख ली है भारत की ख़ूब यारी है।


अब देखेगी ये दुनिया हिंद की माटी कितनी भारी है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action