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Vadaliya Vasu

Drama Romance

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Vadaliya Vasu

Drama Romance

आओगी क्या?

आओगी क्या?

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मेरे दिल को सम्भाल के तुम सोते थे,

तकिये से लिपट के अब नींद आयेगी क्या ?


मेरा इश्क़ मज़हब बन चुका है,

तुम माथा टेकने आओगी क्या ?


तुमसे जुदाई दिल को सिला(पत्थर) कर गयी,

अब इस सुरत को मूरत बनाने आओगी क्या ?


तुम्हारी अदाओं जैसा कोई साक्ष्य न मिला,

मेरे फटे - टूटे हालातों का हाथ थामने आओगी क्या ?


सारी दहलीज बंद हाे चुके हे मेरे लिये,

मेरा आंगन सजाने फिर से आओगी क्या ?


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