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Mayank Kumar

Classics

3  

Mayank Kumar

Classics

आओ थोड़ा गाना बजा दे

आओ थोड़ा गाना बजा दे

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आओ थोड़ा गाना बजा दे

उस गाने से तुझे रिझा दे

मुश्किल नहीं कुछ है बेबी

तू बस कह दे तो

थोड़ा वॉल्यूम बढ़ा दे।


कैसे-कैसे राते काटे

तू ना थी तो हम थे आधे

अब आ गई हो तो फिर,

उस पल को हम जी ले।


आ बैठकर हम,

एक पेग बना ले .

साथ में बैठकर हम ,

अपनी ग्लास टकरा ले

आओ थोड़ा गाना बजा दे।


थोड़ा नशा में तू भी आ बेबी

मुझे थोड़ा क़रीब बुला ले

कैसे-कैसे तुम बिन बीती रातें

आज जी भर के प्यार करवा ले

आओ थोड़ा गाना बजा दे।


मैं हूं तुम्हारा आज भी बंदा

जैसे था पहले किसी राँझा-सा

आज भी हूं बिल्कुल ही वैसा

सारी दुनिया कुछ भी बोले

आज भी हूं तेरा वहीं गोविंदा

आओ थोड़ा गाना बजा दे।


आओ संग कुछ ठुमके लगा ले

जी भर के सारे गम भुला दे

ए बेबी तू ऐसे ही रोज आना

सपनों में ही मोहब्बत करवाना

दुनिया के नजरों से छिपकर,

रोज मुझे दारु पिलाना !

आओ थोड़ा गाना बजा दे।


इस दुनिया की बेढंगी से

तू कहीं अब और की वासी

मेरे दिल में रहती हो पर,

सपनों के बाद तुम मेरी उदासी

आओ थोड़ा गाना बजा दे।


जिस गाने को गा कर हम

जीते मरते थे थोड़ा-पूरा

जिस गाने को गा कर हम

ऊपर से खाली, अंदर से पूरा

उस गाने के चक्कर में ही

कोई हमें कर गया अधूरा

आओ उस गाने को बजाकर

हम उसको कर दे थोड़ा गीला।


आओ थोड़ा गाना बजा दे

उस गाने से तुझे रिझा दे

मुश्किल नहीं कुछ है बेबी

तू बस कह दे तो

थोड़ा वॉल्यूम बढ़ा दे !


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