आओ फिर विद्रोह करें
आओ फिर विद्रोह करें
आओ फिर विद्रोह करें
मिलकर उनके खिलाफ
साँप के भाँति निगल रही है
जो हमारे देश की बुनियाद,
देश को गुलाम बनाने फिर से
गद्दार जो बन बैठे अपने ही लोग
मनसूबे कर रहे तैयार खौफनाक
सबक सिखाने उनके खिलाफ
आओ बजाएं मिलकर शंखनाद,
भला बुरा कुछ सोचे न विचारे
न देखें कोई न्याय या अन्याय
पथ पर रोते बिलखते हैं लोग
करें लोभी मज़ा और क्षमता उपभोग,
दिखाकर जनता को सपना शासक गण
तिल-तिल उन्हें शोषण कर रहे हैं
बगावत करें तो कुचल दिया जाता हैं
यही हाल अब देश की हो गई है
झूठ चमक रही तो सच हार रही है,
करूं आज यह आह्वान सबसे हाथ जोड़
न रहो चुपचाप आओ ऐलान ए जंग करें
देश के गद्दारों के खिलाफ फिर विद्रोह करें
मिलकर सब देशवासी आओ फिर विद्रोह करें।